दिल्ली-एनसीआर में भूकंप: के झटके महसूस हुए । वहीँ आपको बता दे की चीन में 7.2 तीव्रता के भूकंप: के झटके महसूस हुए। उत्तरी भारत में भूकंप के झटके रात के ठीक बाद महसुस हुए और यहाँ के धरातल में कंपन महसूस हुए ।
साउदर्न शिनज़यांग क्षेत्र (Southern Xinjiang region) में हुआ 7.2 तीव्रता का भूकंप, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर चल रही है। राष्ट्रीय सीस्मोलॉजी केंद्र (National Centre for Seismology) ने रिपोर्ट की ज़रिए बताया कि दिल्ली-एनसीआर में भी इसका असर महसूस हुआ। दिल्ली में सुप्रभात में 4.4 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ।
पिछले शनिवार को अंडमान और निकोबार द्वीपों में 4.4 तीव्रता का भूकंप हुआ था। सोमवार की सुबह, 20 जनवरी को दिल्ली को सुप्रभात के समय भी भूकंप का आभास हुआ।
भूकंप एक ऐसा आपदा है, जो कहीं भी कभी आ सकता है। धरती कब अचानक डोलने लगेगी, इसका पता लगाना थोड़ा मुश्किल है। , हालांकि रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता बेहद कम रही। पिछले डेढ़ महीने में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप आने के बाद लोगों में अफरा-तफरी मच जाती है। अपनी जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगते हैं। विशेषज्ञों ने कहा है, भूकंप के झटकों को हल्के में न लें, ये एक भारी गलती हो सकती है। भूकंप से कम नुकसान हो इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। ऐसे में आज हम आपको कुछ असरदार स्टेप्स बताएंगे, जिसका इस्तेमाल आप भूकंप आने पर जान बचाने के लिए कर सकते हैं।
भूकंप के समय इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें (steps to be taken care of during earthquake)
1. भूकंप के झटके जैसे ही महसूस हो तुरंत आपको उस घर में से बाहर खुली जगह पर निकल जाना चाहिए। बड़ी इमारत, बिजली के खंभों और पेड़ों से ज्यादा दूरी बना लेनी चाहिए।
2. भूंकप आने के बाद बाहर निकलने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें। नीचे उतरने के लिए सीढ़ियों का ही इस्तेमाल करें।
3. अगर आप ऐसी जगह पर हैं, जहां बाहर निकलने से भी कोई फायदा नहीं है तो खुद को सुरक्षित करने के लिए ऐसी जगह खोजें जहां आप बच सकते है। बेड के नीचे या टेबल के नीचे लोटकर आप खुद को सुरक्षित कर सकते हैं।
4. भूकंप के झटके महसूस होने पर पंखे, खिड़की, अलमारी और भारी सामानों से दूर रहें। इनके गिरने और कांच के टूटने से चोट लगने का ज्यादा खतरा रहता है।





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